Saturday, January 19, 2019

Dared-E-Dil Dard-E-Jigar/दर्द-ए-दिल, दर्द-ए-जिगर


चित्रपट / Film:  क़र्ज़ -(Karz)
संगीतकार / Music Director: लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल (Laxmikant-Pyarelal)
गीतकार / Lyricist:  आनंद बक्शी -(Anand Bakshi)

{दर्द--दिल, दर्द--जिगर
दिल में जगाया आपने}- बार
{पहले तो मैं शायर था}- बार
आशिक बनाया आपने
{दर्द--दिल, दर्द--जिगर
दिल में जगाया आपने}- बार ||ध्रु||


{आपकी मदहोश नज़रें
कर रही हैं शायरी}- बार
ये ग़ज़ल मेरी नहीं
ये ग़ज़ल है आपकी
मैंने तो बस वो लिखा
जो कुछ लिखाया आपने
{दर्द--दिल, दर्द--जिगर
दिल में जगाया आपने}- बार  ||||

{कब कहाँ सब खो गयी
जितनी भी थी परछाईयाँ
उठ गयी यारों की महफ़िल
हो गयी तन्हाईयाँ} -२बार
क्या किया शायद कोई
पर्दा गिराया आपने
{दर्द--दिल, दर्द--जिगर
दिल में जगाया आपने}- बार  ||||

{और थोड़ी देर में बस
हम जुदा हो जायेंगे}- बार
आपको ढूंढूंगा कैसे रास्ते खो जाएंगे
नाम तक भी तो नहीं
अपना बताया आपने      ||||
दर्द--दिल, दर्द--जिगर
दिल में जगाया आपने
पहले तो मैं शायर था
आशिक बनाया आपने
दर्द--दिल, दर्द--जिगर
दिल में जगाया आपने
ला ला ला ला ला ....

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